प्रिय साथियों,
आज की परिस्थितियों में परंपरागत बिजली उत्पादन न केवल अत्यधिक महंगा हो चुका है, बल्कि इसके लिए उपयोग किए जाने वाले प्राकृतिक खनिज संसाधन भी तीव्र गति से समाप्त हो रहे हैं। बढ़ती खपत और महंगे उत्पादन का असर सीधे आम जनता और उद्योग-धंधों पर पड़ रहा है।
आइए, हम सब मिलकर भारत को न सिर्फ आत्मनिर्भर, बल्कि ऊर्जा का निर्यातक राष्ट्र बनाने में अपनी भूमिका निभाएँ।
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